भोपाल – राजधानी भोपाल में प्रदेश के लोकायुक्त की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए गांधी मेडिकल कॉलेज में फॉरेंसिक विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर मुरली लालवानी को रंगेहाथ रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है, यह खबर फैलते ही कॉलेज कैंपस में हड़कंप मच गया, डॉक्टर मुरली लालवानी ने अपने ही विभाग के पीजी छात्रों से रिश्वत मांगी थी.
खबर के अनुसार डॉक्टर लालवानी के ही एक छात्र ने रिश्वत मांगने की शिकायत लोकायुक्त में की थी, छात्र की शिकायत पर लोकायुक्त की टीम ने जांच पड़ताल की और मामला सही पाया, इसके बाद छापा मारने पर डॉ मुरली लालवानी को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है, डॉ लालवानी गांधी मेडिकल कॉलेज के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष हैं.
फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के छात्र डॉ यशपाल सिंह ने लोकायुक्त में शिकायत दर्ज की थी कि डॉक्टर लालवानी परीक्षा में पास करने के लिए डेढ़ लाख रुपये की मांग कर रहे हैं, लोकायुक्त ने इसके बाद एफआईआर दर्ज की, इसके बाद लोकायुक्त की टीम डॉक्टर के लिए ट्रैप लगाया और रविवार को उनके केबिन से 40000 रुपये की घूस लेते हुए उनको रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया.
जांच का दायरा बड़ा करने पर पता चला डॉ लालवानी ने कुछ अन्य छात्रों से भी परीक्षा पास कराने के एवज में रकम की मांग की थी, लोकायुक्त की टीम उन छात्रों से भी पूछताछ कर रही है।,छात्रों के बयान और अभी तक जांच के आधार पर लोकायुक्त की टीम स्वास्थ्य विभाग को अपनी रिपोर्ट भेजेगी.