भोपाल – कल के भारत बंद का मध्य प्रदेश में में कितना असर होगा यह देखने वाली बात होगी, 8 दिसंबर के भारत बंद को मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपना समर्थन दिया है, वहीँ कांग्रेस इस बंद को सफल बनाने के लिए प्रयासरत है, इसके लिए कांग्रेस ने बाकायदा पत्र जारी करते हुए सभी जिला कमेटियों को निर्देश दे दिए हैं, फिलहाल पहले बंद को लेकर मध्य प्रदेश में कोई ख़ास हलचल नहीं है, पर कांग्रेस के आह्वान के बाद पुलिस-प्रशासन सतर्क हो गया है, सभी संवेदनशील इलाकों में पुलिस तैनाती कर दी गई है, सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान, ट्रांसपोर्ट और पुराने भोपाल का थोक किराना बाजार खुला रहे.
मध्य प्रदेश सरकार की यह सुनिश्चित कर रही है कि भारत बंद के आव्हान के दिन 8 दिसंबर को भोपाल समेत प्रदेश की सभी 255 मंडियां खुली रहे, हालांकि कांग्रेस ने किसानों के आंदलन को अपना समर्थन दिया है, सूत्रों के अनुसार आज शाम को ही कांग्रेस के पदाधिकारी व्यापारी एसोसिएशन से संपर्क कर बंद के लिए समर्थन मांग सकते हैं, भाजपा की सरकार होने से अब तक बंद के प्रभावी होने की कम उम्मीद थी लेकिन कांग्रेस के इसमें शामिल होने के बाद हालात बदल गए हैं.
हालांकि आज शाम तक कोई भी व्यापारी संगठन बंद के समर्थन में कोई बयान जारी नहीं किया है, संगठनों का कहना है कि बंद करने को लेकर अभी तक चर्चा ही नहीं हुई है, पर कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAT) का मानना है कि इसका असर शहरों में नहीं बल्कि गाँवों में रहेगा, समझा जा रहा है कि मध्य प्रदेश में बंद का कोई ख़ास असर नहीं रहेगा.
भोपाल के गल्ला मंडी एसोसिएशन के अध्यक्ष हरीश ज्ञानचंदानी ने बताया कि मंडी बंद नहीं रहेगी, उन्होंने कहा पर हम किसानों की मांगों का समर्थन करते हैं, भारतीय किसान संगठन के जिला अध्यक्ष सुरेश पाटीदार ने कहा कि दिल्ली में किसानों के आंदोलन कि तरह हम भोपाल के नीलम पार्क में धरने पर बैठे हुए हैं, और जब तक आंदोलन चलेगा तब तक हम यहां पर धरने पर बैठे रहेंगे.