भोपाल – उपचुनाव के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बहुप्रतीक्षित कैबिनेट विस्तार आज हो गया, राजभवन में आयोजित एक समारोह में ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के 2 खास लोगों ने मंत्री पद की शपथ ली, समारोह में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को मंत्री पद की शपथ दिलाई, भाजपा के विचाराधीन नेताओं का इस बार भी मंत्री बनने का नंबर नहीं लगा, हालांकि 4 पद अभी भी खाली हैं, बताया जा रहा है कि कुछ नामों पर सहमति नहीं बन पायी थी.
तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के हैं, वे पहले कांग्रेस में थे, ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने पर इन दोनों ने भी भाजपा की सदस्यता ले ली, उसके बाद कांग्रेस की सरकार गिर गई थी. उसके बाद शिवराज सिंह चौहान की सरकार के गठन के बाद इन दोनों ने भी मंत्री पद की शपथ ली थी.
लेकिन कैबिनेट गठन के 6 महीने के भीतर दोनों चुनाव नहीं जीत पाए थे, इसकी वजह से उपचुनाव से पहले दोनों को इस्तीफा देना पड़ा था लेकिन उपचुनाव में दोनों ने जीत हासिल की है, इसलिए इस कैबिनेट विस्तार इन दोनों को शामिल कर लिया गया है.
हालांकि अभी भी शिवराज कैबिनेट में 4 मंत्रियों के पद खाली हैं, इन मंत्री पदों की दावेदारों में भाजपा में लम्बी फेहरिस्त है इनमें राजेंद्र शुक्ल, गिरीश गौतम, केदारनाथ शुक्ला, गौरीशंकर, बिसेन, संजय पाठक, अजय विश्नोई, जालम सिंह पटेल, सीतासरण शर्मा, रामपाल सिंह, मालिनी गौड़, रमेश मेंदोला और हरिशंकर खटीक जैसे नाम शामिल हैं. अगला कैबिनेट विस्तार शिवराज सिंह चौहान के लिए एक बड़ी चुनौती रहेगा, देखना यह है कि आखिर यह कब होगा.