भोपाल – जहां दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन चल रहा है और कृषि बिल को लेकर कई प्रकार की गलतफहमियां भी हैं, वही इसे लेकर पूरे देश में किसान इसके पक्ष और विपक्ष में आंदोलन चला रहे हैं, भाजपा शासित राज्यों में सरकारें खुद किसानों को उनकी पक्षधर बता रही हैं वही कृषि बिल के पक्ष में माहौल बनाने में लगी हैं, मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार ने भोपाल के भेल मैदान में आज किसान सम्मेलन का आयोजन किया था, शिवराज सिंह चौहान ने इस मौके पर किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि कानून से किसानों की जिंदगी में क्रांतिकारी बदलाव आएगा.
शिवराज सिंह चौहान ने आज एक कैबिनेट की मीटिंग भी की, जिसमे शिवराज सरकार के मंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए थे, मुख्यमंत्री ने इस दौरान मंत्रियों से कहा है कि वह किसानों के बीच में मौजूद रहें, किसानों के बीच चौपाल लगाएं और कृषि कानूनों के बारे में उन्होंने बताएं, मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को यह भी बताया जाना चाहिए कि हमने अपने शासन काल के दौरान उनके लिए क्या-क्या किया है.
कैबिनेट मीटिंग के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह घोषणा की है कि 18 दिसंबर को हम किसानों के खाते में 1600 करोड़ रुपये डालेंगे, यह कुल राहत राशि का एक हिस्सा है, मुख्यमंत्री ने कहा यह इस साल हुई सोयाबीन आदि फसलों के नुकसान को काम करने के लिए किसानों को दिया जा रहा है, उन्होंने ने कहा कि किसानों को एक किश्त अभी देंगे और बाद में दूसरी किश्त भी दी जायेगी, उसके बाद फसल बीमा योजना की राशि भी आ जाएगी.