भोपाल – जहां दिल्ली में एक ओर केंद्र सरकार और आंदोलनरत किसान नेताओं के बीच बातचीत चल रही है, अगले राउंड की आगामी मीटिंग 5 दिसंबर निर्द्गारित हुई है वही दूसरी ओर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश के किसानों को बड़ा उपहार दिया है, केंद्र सरकार की किसान सम्मान निधि की तरह शिवराज सिंह चौहान ने उपचुनाव से पहले मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना की शुरुआत की थी, केंद्र सरकार की किसान सम्मान निधि की 6 हजार रुपये की राशि के अतिरिक्त इस योजना के तहत एमपी के किसानों को हर साल 4 हजार रुपये मिलने थे, यानि की केंद्र और राज्य की कुल राशि जो किसानों को मिलेगी वह अब 10 हजार रुपये होगी.
जैसे ही उपचुनाव खत्म हुए उसके बाद राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना की पहली किस्त आज जारी कर दी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज प्रदेश के 5 लाख किसानों के खाते में 100 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिये, सरकार का कहना है कि प्रदेश के 80 लाख किसानों को यह राशि दी जायेगी, जल्द ही बचे हुए किसानों के खाते में भी यह राशि ट्रांसफर की जायेगी, राज्य के सीहोर जिले के नसरूल्लागंज में आयोजित एक कार्यक्रम किया गया था, जहाँ सभी किसानों के खाते में आज 2 हजार रुपये की राशि डाली गयी.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस कार्यक्रम में कहा कि फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री सम्मान निधि, जीरो पर्सेंट ब्याज पर ऋण योजना समेत अनेक योजनाओं का पैसा कमलनाथ सरकार ने किसानों को नहीं था जबकि मैंने कोविड-19 की महामारी की कठिनाइयों के बीच भी किसानों के कल्याण के लिए 23, 600 करोड़ से अधिक की राशि जारी की है, उन्होंने कहा कि कर्ज माफी के नाम पर किसानों को धोखा देने वाली कांग्रेस आज किसानों के नाम पर राजनीति कर रही है, मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि किसानों के हित में बने कानून पर वे किसानों को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं, इस कानून में किसान पूरी छूट है कि वो अपनी उपज किसी भी मंडी में बेच सकते हैं.