नई दिल्ली – आज राज्यसभा में नवनिर्वाचित सांसदों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गयी, यह राज्यसभा की एक सामान्य प्रक्रिया है पर आज एक उल्लेखनीय घटना हुई जब कभी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बेहद करीबी रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी बतौर बीजेपी सदस्य राज्यसभा में शपथ ली, उनके साथ ही मध्यप्रदेश से राज्यसभा में आये दिग्विजय सिंह ने भी शपथ ली.
एक मजेदार ऐतिहासिक पल ऐसा भी आया जब शपथ लेने से पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने चिर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी दिग्विजिय सिंह की सीट की तरफ बढ़े और उनका हाथ जोड़कर अभिवादन किया जिसका जवाब दिग्विजय सिंह ने भी मुस्कराकर दिया, जिसके बाद सिंधिया कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और मल्लिकार्जुन खड़गे का भी अभिवादन किया.
याद रहे सिंधिया के विद्रोह के विद्रोह के कारण ही मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार अर्श से फर्श पर औंधे मुंह गिर गयी थी, जिसका प्रमुख कारण था कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की सिंधिया के खिलाफ जुगलबंदी इसके बाद मध्य प्रदेश में सिंधिया खेमे के 22 विधायकों ने इस्तीफा देकर कांग्रेस के नीचे पड़े कालीन को खींच लिया था, इसके बाद मौके की ताक में बैठी बीजेपी ने सरकार बनाने में कोई गलती नहीं की.
फिलहाल तो ज्योतिरादित्य सिंधिया को आगे बढ़ने से रोकने की दिग्विजय सिंह और कमलनाथ की कोशिश फेल हो गयी, हालांकि नाराज विधायकों को मनाने के लिए पुरजोर कोशिश दिग्गी राजा ने आखिरी क्षणों तक की थी पर वे सफल नहीं हो पाए थे. राज्य की राजनीति में दोनों नेताओं के एक दूसरे के लिए अदावत छिपी नहीं है, दोनों एक-दूसरे पर गाहे-बगाहे हमला करते रहते हैं.